प्लेटलेट्स ऐसी कोशिकाएं होती है, जो खून को बहने से रोकती है। कसी तरह के चोट के कारण यदि शरीर से खून बहता है तो उसे रोकने का काम प्लेटलेट्स द्वारा ही किया जाता है। शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बराबर बने रहना बहुत जरूरी है। यदि किसी कारण से शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी होती है, तो यह शरीर में कई बीमारियों को आमंत्रित करती है और कई तरह की बीमारियां होने लगती है। आइए जानते हैं, प्लेटलेट्स काउंट क्या है, प्लेटलेट्स कैसे बढ़ाएं, प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, इत्यादि।
प्लेटलेट्स क्या है?
प्लेटलेट्स शरीर की ऐसी कोशिकाएं होती हैं जो रक्तश्राव को रोकने का काम करती है और साथ ही क्षतिग्रस्त टिश्यू को ठीक करने का भी काम करती हैं। यह आपके रक्त में मौजूद एक तरह के तत्व होते हैं जो द्रव और कोशिकाओं से बने होते हैं, जिसमें रेड ब्लड सेल यानी आरबीसी भी मौजूद होते हैं। प्लेटलेट्स बहुत ही छोटे या सुक्ष्म कण होते हैं, जिसे सिर्फ टेस्ट के दौरान ही देखा जा सकता है। इसका साइंटिफिक नाम होमियोस्टेसिस है।
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नार्मल प्लेटलेट्स कितनी होनी चाहिए?
क्या आप जानते हैं, प्लेटलेट्स नार्मल रेंज कितना होता है? आमतौर पर, शरीर में नॉर्मल प्लेटलेट्स काउंट 1,50,000 से लेकर 4,50,000 प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर खून में होता है। यदि प्लेट्लेट्स की संख्य 1,50,000 से कम है तो इस स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के नाम से जानते हैं और यदि प्लेटलेट्स की संख्या 4,50,000 से ज्यादा है तो यह स्थिति थ्रोम्बोसाइटोसिस कहलाती है। यदि आप अपना प्लेटलेट्स काउंट जानना चाहते हैं, तो आपको सीबीसी टेस्ट कराना होता है, जिसे कम्पलीट ब्लड काउंट के नाम से जानते हैं।
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण क्या है?
डेंगू में प्लेटलेट्स काउंट कम होते तो सभी ने देखा होगा लेकिन इसके कई और भी कारण हो सकते हैं, जैसे- ब्लड में बैक्टीरियल इंफेक्शन, बोन मैरो की समस्या, गर्भावस्थ, इत्यादि। देखें, प्लेट्स कम होने के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:-
- किसी भी छोटे घाव या कट का गंभीर हो जाना और लंबे समय तक घावों से खून बहना।
- त्वचा पर छोटे-छोटे रैशेज होना, यह बैगनी या लाल रंग का हो सकता है।
- नाक से रक्तश्राव होना
- गम से ब्लड का आना
- पीरियड्स के दौरान ज्यादा रक्तश्राव होना
- मल त्याग के दौरान खून आना
- यूरिन में ब्लड आना
आंतरिक रक्तश्राव के लक्षण भी महसूस हो सकते हैं, ऐसा होने पर तत्काल डॉक्टर से परामर्श करें।
प्लेटलेट्स डाउन होने के कारण क्या है?
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प्लेटलेट्स कम होने के कारण निम्नलिखित हो सकते हैं:-
- आयरन की कमी
- ल्यूकेमिया
- सिरोसिस
- चिकनपॉक्स
- गर्भावस्था
- एचआईवी एड्स
- फोलेट की कमी
- अप्लास्टिक एनीमिया
- कीमोथेरेपी
- अलकॉहल का ज्यादा मात्रा में सेवन
- विटामिन बी 12 की कमी
प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले फल कौन-कौन से होते हैं?
डेंगू या कई ऐसी बीमारियां होती है जिसमें प्लेटलेट्स डाउन हो जाते हैं, और इसे बढ़ाने के लिए निम्नलिखित फलों का सेवन किया जा सकता है।
पपीता – पपीते के पत्ते किसी औषधिय जड़ी-बुटी से कम नहीं है। इसके पत्ते में पपैन और काइमोपपैन जैसे एंजाइम पाए जाते है। इसके जूस का सेवन करने से शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है और प्लेटलेट्स में तेजी से बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा आप कच्चे पपीते की सब्जी बनाकर भी खा सकते हैं। डेंगू के समय प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए पपीते का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
चुकंदर – चुकंदर में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और हेमोस्टैटिक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह आपके प्लेटलेट्स काउंट को कुछ ही दिनों में बढ़ा सकते हैं। यदि आप नियमित रूप से चुकंदर के जूस का सेवन करते हैं तो प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद मिलती है।
कीवी – प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के लिए कीवी बहुत लाभकारी फल हो सकता है। इसमें एंटिऑक्सीडेंट और विटामिन प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके सेवन से शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाएं बनती है और प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होता है। यह आपके शरीर में ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने का काम करता है।
नारियल पानी – नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही यह मिनरल्स का भी अच्छा श्रोत होता है। यह आपके शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में बहुत मदद करता है।
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अनार – खून की कमी से बचने के लिए लोग अक्सर अनार का सेवन करते हैं। इसमें आयरन भरपूर मात्रा में पाई जाती है। जो आपके प्रतिरक्षा प्रणाली के साथ प्लेटलेट्स काउंट को भी बढ़ाती है। आप अनार को डायरेक्ट खा सकते हैं या इसके जूस का भी सेवन कर सकते हैं।
सारांश
प्लेटलेट्स शरीर की वो कोशिकाएं होती है, जो शरीर के खून को बहने से रोकती है। कट या खरोच से बहने वाले ब्लड को प्लेटलेट्स की सहायता से रोका जाता है। यदि किसी कारण से प्लेटलेट्स काउंट गिरता है तो कट या घाव का खून रुकता नहीं है, और कई गंभीर बीमारियों शुरू होने लगती है। इसलिए प्लेटलेट्स हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। इसको ब्लड टेस्ट के द्वारा मापा जाता है, जिसे सीबीसी टेस्ट के नाम से जानते हैं। प्लेटलेट्स नॉर्मल रेंज 1,50,000 से लेकर 4,50,000 तक हो सकता है।
प्लेटलेट्स कम होने के लक्षण मसूड़े, नाक इत्यादि से खून आना, छोटे कट का गंभीर हो जाना, यूरिन से खून आना, पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग, स्किन पर छोटे रैशेज होना, जिसका रंग लाल या बैगनी हो, इत्यादि हो सकते हैं। प्लेटलेट्स कम होने के कारण ल्यूकेमिया, विटामिन बी 12 या आयरन की कमी, शराब का ज्यादा सेवन, गर्भावस्था, इत्यादि हो सकता है।
प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए आप पपीता, अनार, कीवी, चुकंदर, पालक इत्यादि का सेवन कर सकते है। जब प्लेटलेट्स कम हो जाता है तो शरीर में कई गंभीर बीमारियां शुरू हो सकती है और कोई भी गंभीर बीमारी हो सकती है। इसलिए ऐसे कुछ गंभीर बीमारियों से लड़ने के लिए खुद को पहले से तैयार रखें। आप गंभीर बीमारियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस करा सकते हैं, जो समयानुसार आपको वीत्तिय रूप से सहायता प्रदान करने के साथ अस्पताल और सुविधाएं मुहैया कराते हैं।
ऐसे मुश्किल समय में आपके मनोबल को बनाए रखने के लिए, स्वास्थ्य बीमा होना बहुत बड़ी और सही चीज है। आप केयर हेल्थ के क्रिटिकल इलनेस प्लान (Critical Illness Insurance) को खरीद सकते हैं, जहां आपको एक साथ कई गंभीर बीमारियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्रदान(health insurance scheme) की जाती है। इसमें आपको वार्षिक चेकअप से लेकर एम्बुलेंस सेवा के साथ और भी कई सारी सुविधाएं प्रदान की जाती है।
डिस्क्लेमर: प्लेटलेट्स कम या बढ़ने की स्थिति में तत्काल डॉक्टर से परामर्श करें। मेडिकल पॉलिसी की सुविधाएँ अलग-अलग हो सकती हैं। दावा रोगी की वर्तमान रिपोर्टों और नीति, नियमों और शर्तों के अधीन है।
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