National Voters Day 25 January 2024 Date, Theme, Pledge in Hindi:लोकतंत्र की नींव मताधिकार पर ही रखी जाती है। भारत एक लोकतांत्रित देश है जहां 18 साल की उम्र के हर नागरिक को बिना किसी भेदभाव या दबाव के अपनी पसंद का नेता चुनने का अधिकार है। लोकतांत्रिक समाज व शासन की स्थापना के लिए आवश्यक है कि प्रत्येक वयस्क नागरिक को बिना किसी भेदभाव के मत का अधिकार हासिल हो। मतदान किसी भी मतदाता का अधिकार है जिसके महत्व को समझना बेहद जरूरी है। युवाओं को चुनावी प्रक्रिया में मतदान में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए ही हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है।
- पानी वाले जानवरों के नाम हिंदी व अंग्रेजी | Water Animals Name in Hindi & English With Pictures
- कलियुग के अंत तक 4 इंच रह जाएगी मनुष्य की लंबाई, उम्र बचेगी सिर्फ 12 साल
- रूपक अलंकार – रूपक अलंकार के उदाहरण Rupak Alankar – Rupak Alankar Ke Udaharan
- भारत के 28 राज्य और राजधानियों के नाम (State and capital in Hindi and English)
यह दिन न केवल युवाओं को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है बल्कि इस बात की तरफ भी ध्यान लेकर जाता है कि वोट देने का अधिकार बुनियादी अधिकार है। हर साल 25 जनवरी को मतदाता दिवस मनाया जाता है। मतदान के प्रति युवाओं में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ही आज का दिन मनाया जाता है। देश में 18 साल के हर युवा को अपने मताधिकार के महत्व को समझना जरूरी है।
वोट देने का अधिकार किसी भी लोकतांत्रिक समाज में एक मौलिक अधिकार है। यह हमारे लोकतंत्र की आधारशिला है, जो नागरिकों को यह कहने का अधिकार देती है कि उन पर कौन शासन करता है और वे कैसे शासित होते हैं। वोट देने की क्षमता न केवल एक अधिकार है, बल्कि एक जिम्मेदारी भी है, क्योंकि यह सुनिश्चित करती है कि सभी नागरिकों की आवाज सुनी जाए और सरकार में उनके हितों का प्रतिनिधित्व किया जाए। अब सवाल ये उठता है कि इस दिन की शुरूआत कब से हुई और इसका इतिहास और महत्व क्या है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब मनाया जाता है?
भारत के चुनाव आयोग की स्थापना दिवस को चिह्नित करने के लिए 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है।
25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता है?
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को मनाया जाता है। किसी भी लोकतांत्रित देश में मतदान एक उत्सव है जिसका उद्देश्य नए मतदाताओं के लिए उनता नामांकन कराने के लिए प्रोत्साहित करना और उन्हें सुविधा प्रदान करना है। 25 जनवरी 1950 को भारत के चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी। 25 जनवरी 1950 को चिह्नित करने के लिए साल 2011 से पूरे देश में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता रहा है। इस दिन को एक खास थीम के साथ हर साल मनाया जाता है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का इतिहास
25 जनवरी भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission of India) का स्थापना दिवस है जो 1950 में अस्तित्व में आया था। यह दिन पहली बार 2011 में युवा मतदाताओं को चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मनाया गया था। इसमें कोई शक नहीं कि यह मतदान के अधिकार और भारत के लोकतंत्र का जश्न मनाने का दिन है। चुनाव आयोग का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं, विशेषकर योग्य मतदाताओं का नामांकन बढ़ाना है। आपको बता दें कि पहले मतदाता की मत देने की आयु 21 वर्ष थी लेकिन 1988 में इसे घटाकर 18 वर्ष कर दिया गया। 1998 के इकसठवें संशोधन विधेयक ने भारत में मतदाता की मत देने की आयु कम कर दी।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस का महत्व
भारत एक लोकतांत्रिक देश है। प्रत्येक नागरिक को वोट देने का मूल अधिकार है। उन्हें अपने नेता को चुनने का अधिकार है। ऐसा नेता चुनने का अधिकार है जिसे वे सोचते हैं कि वह देश का नेतृत्व करने, आम लोगों की समस्याओं को हल करने, परिवर्तन लाने में सक्षम है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इस दिन के महत्व को समझते हुए ही हम उस नेता को चुनते हैं जिसमें देश का भविष्य निहित है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम
वर्ष 2024 की राष्ट्रीय मतदाता दिवस की थीम, ‘नथिंग लाइक वोटिंग, आई वोट फॉर श्योर’ है।
Nguồn: https://nanocms.in
Danh mục: शिक्षा