किसी बीमारी की चपेट में आने पर हमारा शरीर कई तरह के संकेत देता है। ये संकेत आपको हाथ, पैर, गर्दन, चेहरे, जीभ या शरीर के किसी भी अन्य अंग पर नजर आ सकते हैं। इन सब से अलग हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि कुछ बीमारियों की चपेट में आने पर सबसे पहले व्यक्ति के यूरिन में इसके लक्षण नजर आने लगते हैं। यही वजह है कि अक्सर डॉक्टर आम से लेकर गंभीर स्थिति में यूरिन टेस्ट की सलाह देते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पेशाब के रंग से लेकर इसकी गंध भी व्यक्ति की सेहत का हाल बयां कर सकती है। कई बार लोग यूरिन की स्मेल को आम समझकर इसे नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि ये आपकी बिगड़ी सेहत की ओर एक इशारा भी हो सकता है। ऐसे में अगर आपके पेशाब से भी खराब गंध आती है, तो यहां हम इससे जुड़ी कुछ स्वास्थ्य परिस्थितियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें समय रहते पहचानकर आप स्थिति को अधिक गंभीर होने से रोक सकते हैं।
इन बीमारियों का संकेत हो सकती है पेशाब से आती गंध
यूटीआई
यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (UTI) खासकर महिलाओं में होने वाली सबसे आम समस्याओं में से एक है। कई बार पब्लिक वॉशरूम इस्तेमाल करने, शरीर में पानी की कमी या अन्य कारणों के चलते महिलाओं को मूत्र पथ में संक्रमण की समस्या परेशान करने लगती है। वहीं, पेशाब से बदबू आना यूटीआई के अहम लक्षणों में से एक है।
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दरअसल, जब संक्रमण मूत्रमार्ग और किडनी को प्रभावित करता है, तो पेशाब से तेज दुर्गंध आने लगती है। वहीं, अगर आपको यूरिन में तेज गंध के साथ-साथ जलन, खुजली, सफेद पानी, पेशाब टपकना, बार-बार पेशाब आने जैसी आदि समस्याएं परेशान कर रही हैं, तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। समय रहते यूटीआई की स्थिति से निजात न पाई जाए, तो गंभीर मामलों में ये सर्वाइकल कैंसर का कारण भी बन सकता है।
डायबिटीज
ब्लड शुगर लेवल हाई होने पर पेशाब से ग्लूकोज जैसी गंध आने लगती है। ऐसे में अगर आप डायबिटीज रोगी हैं, तो इस स्थिति में बिना अधिक देरी किए एक बार अपना शुगर लेवल जरूर जांच लें।
सिस्टाइटिस
सिस्टाइटिस ब्लैडर का संक्रमण होता है। इस स्थिति में ब्लैडर पर सूजन अधिक बढ़ने लगती है और ऐसे में भी पेशाब से तेज गंध आने लगती है। इसके अलावा सिस्टाइटिस की स्थिति में पीड़ित को पेशाब करते समय तेज जलन और यूटीआई के अन्य लक्षणों से भी जूझना पड़ता है। ऐसे में अगर आपको भी इस तरह की स्थिति परेशान कर रही है, तो अधिक देरी किए बिना डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
किडनी से जुड़ी बीमारी
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बता दें कि ह्यूमन बॉडी में मौजूद दोनों किडनी ब्लड को फिल्टर कर टॉक्सिन को पेशाब के रास्ते बाहर निकालने का काम करती हैं। हालांकि, जब शरीर में टॉक्सिन की मात्रा अधिक बढ़ने लगती है, तो पेशाब में गंध की परेशानी भी अधिक बढ़ जाती है। वहीं, शरीर में बढ़ते ये टॉक्सिन एक समय बाद किडनी के काम को भी प्रभावित करने लगते हैं। इस स्थिति में भी समय रहते हेल्थ एक्सपर्ट्स से सलाह लेना जरूरी हो जाता है।
लिवर में गड़बड़ी
लिवर से जुड़ी किसी तरह की समस्या होने पर मल और मूत्र में इसके लक्षण नजर आने लगते हैं। वहीं, बात पेशाब में बदबू कि की जाए, तो पिलिया से पीड़ित होने पर व्यक्ति को यूरिन से स्मेल आने लगती है। ऐसे में अगर आपको पेशाब का रंग अधिक पीला नजर आ रहा है, इसके साथ ही पेशाब से तेज गंध भी आ रही है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच जरूर कराएं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।
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Danh mục: चिकित्सा