प्रेगनेंसी में कितने महीने तक संबंध बनाना चाहिए

प्रेगनेंसी में कितने महीने तक संबंध बनाना चाहिए

प्रेगनेंसी में कितने महीने तक संबंध बनाना चाहिए

गर्भवती महिला को कब तक संबंध बनाना चाहिए

बहुत से लोग गर्भावस्था में सेक्स करने से डरते है क्योंकि बहुत से लोगों को लगता है की यह गलत है लेकिन इसमें डर की कोई बात नहीं है। बस प्रेगनेंसी में सेक्स करने के दौरान कुछ सावधानियाँ बरतनी होती है।

क्या गर्भावस्था के दौरान सेक्स सुरक्षित है? – Is Sex Safe During Pregnancy?

बहुत से लोगों का सवाल होता है की क्या प्रेगनेंसी में संबंध बना सकते है? तो इसका जवाब है हाँ गर्भावस्था के समय सेक्स करना सुरक्षित माना जाता है। पर आपको पूरी तरह से सावधानी रखनी होगी। सेक्स गर्भावस्था का एक हिस्सा है। अगर आपको सामान्य गर्भावस्था यानि की नार्मल डिलीवरी करनी है तो आप गर्भावस्था में सेक्स कर सकते है। लेकिन डॉक्टर्स गर्भावस्था के आखरी हफ्तों में सेक्स नहीं करने की सलाह देते हैं।

सेक्स करने पर गर्भ में पल रहे बच्चे को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी। गर्भावस्था के दौरान सेक्स ड्राइव में सामान्य बदलाव आता है पर इसमें कोई डर वाली बात नहीं है। आपको इस विषय पर अपने साथी से बात करना चाहिए उनके साथ अपनी भावनाएं व्यक्त करे।

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प्रेगनेंसी में कितने महीने तक संबंध बनाना चाहिए?

प्रेगनेंसी के शुरू के ३ महीनों के बाद सातवें या आठवें महीने तक सेक्स किया जा सकता है। वैसे तो डॉक्टर्स कहते है की प्रेगनेंसी में किसी भी स्टेज पर सेक्स करने से खतरा नहीं होता है।

बस कुछ बातों का पालन करके आप सेक्स कर सकते है जिससे की गर्भस्थ शिशु को कोई नुकसान नहीं होता है। डॉक्टर्स यह भी कहते है की प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं में सेक्स करने की इच्छा ज्यादा होती है।

गर्भावस्था में महिलाओ के शरीर का रक्त प्रवाह तेजी से होता है जिससे की वह अतिसंवेदनशील हो जाती है। इस दौरान स्तन भी अतिसंवेदनशील हो जाते है जिससे की महिलाओं के लिए प्रेगनेंसी में सेक्स करना सुखद होता है।

प्रेग्नेंसी में कब नहीं करना चाहिए सेक्स?

क्या प्रेग्नेंसी में सेक्स करना चाहिए यह सही है? आपको अपने डॉक्टर से बात करनी होगी की आप प्रेगनेंसी में सेक्स कर सकती है या नहीं।

अगर आपको नीचे बताये गए जोखिम में से कुछ भी महसूस हो रहा है तो डॉक्टर आपको सेक्स करने के लिए मना करेंगे।

  • अगर आपको पहले गर्भपात हो चूका है तब।
  • आपके गर्भ में जुड़वाँ बच्चे है तो इस स्थिति में कठिनाई हो सकती है।
  • बिना किसी कारण से योनि से खून बह रहा है तब डॉक्टर की सलाह ले।
  • एमनियोटिक थैली से द्रव का रिसाव होने पर।
  • समय से पहले ही प्रसव होने का खतरा लग रहा है इस स्थिति में।
  • यदि आपका प्लेसेंटा गर्भाशय में बहुत ज्यादा नीचे है।
  • गर्भाशय ग्रीवा गर्भावस्था में जल्दी खुलने पर।

सेक्स के दौरान या बाद में आपको इस तरह के लक्षण दिख रहे है तो डॉक्टर को बताये।

  • खून बहना
  • दर्द होना
  • द्रव या निर्वहन
  • संकुचन होना
  • किसी तरह की असुविधा

प्रेग्नेंसी में सेक्स कैसे करे

प्रेगनेंसी के दौरान सेक्स करने का कौन सा तरीका सुरक्षित रहता है जिससे महिला और बच्चे दोनों को कोई नुकसान नहीं होता। जानिये प्रेग्नेंसी में सेक्स कैसे करे

  • स्पूनिंग पोजीशन – यह पोजीशन तीनों तिमाहियों के लिए सुरक्षित होती है इससे पेट पर कम दबाव पड़ता है यह आरामदायक पोजीशन है।
  • वीमेन ऑन टॉप – यह सबसे अच्छी पोजीशन मानी जाती है क्योंकि इस पोजीशन में महिला के पेट पर जरा सा भी दबाव नहीं पड़ता है। पेट बढ़ा हुआ होता है इस कारण उकडू होकर ना बैठे। आप घुटने टेककर ऊपर आने की कोशिश करे। पेट के वजन को आगे की और ना झुकाये बल्कि आप पीछे की ओर रहे।
  • स्टैंडिंग – अगर आपका साथी आपको कमर पर चारों ओर से पकड़ पा रहा है तो यह स्थिति काम आ सकती है। गर्भवती को इसके लिए जमीन पर ही खड़े होना चाहिए किसी भी कुर्सी या सीढ़ी पर खड़े ना हो।
  • सिटींग डाउन स्टाइल – महिला इस पोजीशन में पुरुष की गोद में बैठ सकती है जिससे उसे आरामदायक लगता है। ४ से ५ महीने तक ही यह पोजीशन का इस्तेमाल करे क्योंकि फिर गर्भवती के पेट का आकार बढ़ता है तो मुश्किल हो सकती है।
  • डॉगी स्टाइल – यह पोजीशन इसलिए अच्छी है क्योंकि इसमें महिला के पेट पर दबाव नहीं पड़ता। पेट पर दबाव ना डालते हुए यह पोजीशन भी ट्राई कर सकते है।

गर्भावस्था के बाद सेक्स

प्रसव के बाद सेक्स करने की इच्छा कम होती है इसके यह कारण हो सकते है।

  • बहुत ज्यादा थकान होना
  • सिजेरियन के बाद पेट के टाँके की वजह से
  • स्तनपान कई वजह से स्तनों में दर्द होना
  • एपीसीओटॉमी से किया गया उपचार (मूलाधार में चीरा)
  • हार्मोन के स्तर में बदलाव

डॉक्टर प्रसव के बाद ६ सप्ताह तक सेक्स ना करने की सलाह देते है। प्रसव के बाद महिला के शरीर में बहुत से बदलाव आते है जिससे उसे दोबारा पूरी तरह स्वस्थ होने में समय लगता है।

प्रसव के बाद महिला का शरीर नाजुक हो जाता है। जब तक लगाए गए चीरे पूरी तरह ठीक नहीं हो जाते तब तक सेक्स ना करे। योनि के नाजुक ऊतक ठीक महसूस करने पर, डिलीवरी के बाद रक्तस्त्राव रुकने तक सेक्स ना करे। प्रसव के बाद सेक्स करने के लिए डॉक्टर से उसकी पूरी जानकारी प्राप्त कर ले।

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अगर मैं स्तनपान करा रही हूं तो क्या मैं दोबारा गर्भवती हो सकती हूं?

हाँ आप स्तनपान करवा रही है तो भी गर्भवती हो सकती है। जो महिलाएं स्तनपान करा रही होती है उनमें ओव्यूलेशन में देरी होती है। महिलाओं में स्तनपान के समय प्रजनन क्षमता कम हो जाती है लेकिन ऐसा मान लेना सही नहीं है की आप फर्टाइल नहीं है।

शिशु जितना ज्यादा स्तनपान करता है आपका मासिक धर्म आने में समय भी उतना ही लगता है। क्योंकि स्तनपान करवाने से डिंबोत्सर्जन प्रेरित करने वाले हॉर्मोनों पर प्रभाव पड़ता है।

निष्कर्ष:

सेक्स जीवन का अहम हिस्सा है। लेकिन उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण है किसी महिला का प्रेग्नेंट होना। प्रेगनेंसी में सेक्स करना सुरक्षित है। सेक्स सिर्फ शारीरिक सुख नहीं है बल्कि दोनों साथी की भावनाएं भी इससे जुड़ी होती है।

This post was last modified on November 28, 2024 12:16 am