इस्नोफिलिया को एलर्जी भी कहते हैं। यह रोग होने पर सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, दुम घुटने लगता है, और आहार या दवा से एलर्जी होने लगती है। इसके साथ ही गले में सूजन भी होने लगती है।इस्नोफिलिया के कारण दिल, दिमाग, किडनी तक काम करना बंद कर देते हैं। यदि इस बीमारी का समय पर इलाज ना हुआ तो मरीज मर भी सकता है। इसलिए इस्नोफिलिया का समय पर इलाज कराना बहुत जरूरी है। अच्छी बात यह है कि आप इस्नोफिलिया का घरेलू उपचार (home remedies ... Xem chi tiết
चिकित्सा
वेरीकाज वेन की समस्या में कौन कौन सी चीजों का सेवन करना चाहिए?
2. चुकंदर चुकंदर को हर रोज खाने से वेरीकाज नसों को कम किया जा सकता है क्योंकि चुकंदर में बीटासायनिन नाम का कंपाउंड होता है जो हमारे शरीर में हेमोसिस्टिन को कम करने में मदद करता है। हिमोसिस्टिन का स्तर ज्यादा होने से हमारे शरीर में ब्लड क्लॉट जम जाता है। चुकंदर को आप अपने सालाद में खा सकते है या फिर इसका जूस निकालकर पी सकते है। इसे भी पढ़ें- Varicose Veins: पैर में उभरी हुई नीली नसें हैं वेरिकोज वेन्स, जानें इसके 5 कारण, लक्षण ... Xem chi tiết
डेंगू में कौन से फल खाने चाहिए? एक्सपर्ट से जानें
3. अनार (Pomegranate) अनार में आयरन, पॉलीफेनोलिक फ्लेवोनोइड्स जैसे जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। अनार का सेवन करने से शरीर में खून की कमी को दूर करने, ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने और इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद मिलती है। प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए भी अनार का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। ये भी देखें: 4. आंवला (Amla) आंवला विटामिन ए, सी और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। आंवला का सेवन प्लेटलेट्स को बढ़ाने में बहुत ... Xem chi tiết
हर्पीस (कोल्ड सोर) में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, एक्सपर्ट से जानें डाइट टिप्स
3. विटामिन ए और ई विटामिन ए और ई की मदद से स्किन संबंधी समस्याओं और इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद मिलती है। इसके अलावा विटामिन ए और ई आरसीबी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके लिए आपको बादाम, सुरजमुखी के बीज, मूंगफली और सोयाबीन जैसे पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आप हरी सब्जियों का सेवन भी कर सकते हैं। इसे भी पढ़ें- क्या है हर्पीस रोग, जानें क्या है इसके कारण, लक्षण और बचाव 4. एंटीऑक्सीडेंट ... Xem chi tiết
किडनी इन्फेक्शन में क्या खाना और क्या परहेज करना चाहिए – किडनी पेशेंट डाइट चार्ट
किडनी इन्फेक्शन (Kidney Infection) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या होती है जो कि आपके शरीर के अंदर कीटाणुओं के आक्रमण के कारण होती है। इस समस्या को सही तरीके से निपटाने के लिए उचित आहार और परहेज बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। यहां हम जानेंगे किडनी इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए। किडनी इन्फेक्शन में क्या खाना चाहिए? किडनी इन्फेक्शन में खाने का तरीका बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस समय आपको ऐसे आहार का सेवन करना ... Xem chi tiết
Kidney-Damaging Foods: এই ৬ খাবার কিডনি অকেজো করে দেয়, ইউরিক অ্যাসিড-ইউরিয়া-ক্রিয়েটিনিনের পরিমাণ বাড়তে থাকে রক্তে
শরীরের ছাঁকনি প্রক্রিয়ার কাজ করে কিডনি। আর তাই কিডনি পরিষ্কার রাখা খুবই জরুরি। কিডনি নষ্ট হয়ে গেলে রক্তে বর্জ্য পদার্থের পরিমাণ বাড়তে থাকে। এতে শরীরের বিভিন্ন অংশের ক্ষতি হয়। শরীরে একাধিক সমস্যা আসে এমনকী তা জীবনহানিরও কারণ হতে পারে। কিডনি প্রতিস্থাপন করে কিডনিকে সম্পূর্ণ ক্ষতির হাত থেকে রক্ষা করা যায় তবুও বেশ কিছু নিয়ম মেনে চলা খুব জরুরি। নইলে কিডনির উপর চাপ বাড়ে। সেখান থেকে আরও জটিল কোনও রোগ আসতে পারে। আর তাই কিছু খাবার ... Xem chi tiết
लापरवाही ले सकती है जान, अस्थमा के मरीज इन बातों का रखें ध्यान, कैसे रखें डाइट का ख्याल
कपिल/ शिमलाः अस्थमा के मरीज को डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है. लापरवाही से मरीज की जान मुश्किल में आ सकती है. आजकल बहुत कम उम्र में ही बच्चे अस्थमा से प्रभावित हो रहे हैं. बढ़ता प्रदूषण और कमजोर इम्युनिटी इसकी वजह बन रहे हैं. स्वास्थ्य के हिसाब से भोजन लिया जाए, तो इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. दमा के मरीजों को खानपान में कुछ ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जो फायदा करती हैं. वहीं कुछ चीजों को लेकर सतर्क रहने की भी ... Xem chi tiết
टीबी के प्रकार, कारण, लक्षण और उपचार | टीबी में क्या खाना खाएं?
आइये जानते हैं टीबी के लक्षण, कारण और बचाव। यह ब्लॉग यह भी बताएगा कि कौन से खाद्य पदार्थ... टीबी क्या है? (What is TB in Hindi?) ट्यूबरकुलोसिस (Tuberculosis) को टीबी (TB) भी कहा जाता है। इसे क्षय रोग के नाम से भी जाना जाता है, यह एक आक्रामक बीमारी है जो मुख्य रूप से माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस (Mycobacterium Tuberculosis) नामक बैक्टीरिया (Bacteria) के कारण होती है। टिबी (TB) मुख्य रूप से फेफड़ों (Lungs) पर प्रतिकूल प्रभाव ... Xem chi tiết
शादी में आ रही अड़चन को दूर करेंगे ये टोटके
16 सोमवार का व्रत रखें यह बहुत ही पुराना टोटका है और धार्मिक शास्त्रों में भी इसका जिक्र मिल जाता है। अगर किसी कन्या का विवाह नहीं हो पा रहा है या फिर उसे अपनी पसंद का साथी नहीं मिल रहा है तो नियमित शिवलिंग पर जल अर्पित करें और 16 सोमवार के व्रत भी रखें। ऐसा करने से भगवान शिव आपकी मुराद जरूर पूरी करेंगे।गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करें वैसे तो गौरी शंकर रुद्राक्ष वैवाहिक संबंधों को मधुर बनाने के लिए होता है, मगर यह विवाह में आ ... Xem chi tiết
एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (एएलएल)
कैंसर के सही उपप्रकार का पता लगाने के लिए अतिरिक्त जाँचें इम्यूनोफिनोटायपिंग इम्यूनोफिनोटायपिंग का उपयोग विशिष्ट प्रकार के ल्यूकेमिया (खून का कैंसर) के रोग की पहचान करने के लिए किया जाता है। यह कैंसर कोशिकाओं की तुलना प्रतिरक्षा प्रणाली की सामान्य कोशिकाओं से करता है। इम्युनोहिस्टोकैमिस्ट्री और फ़्लो साइटोमेट्री लेबोरेट्री में होने वाली जाँच हैं। इम्युनोहिस्टोकैमिस्ट्री एक ऐसी जाँच है जिसमें ऊतक के नमूने में विशिष्ट प्रोटीनों ... Xem chi tiết