चेचक एक अत्यधिक संक्रामक और संभावित रूप से गंभीर बीमारी है जो बुखार, लाल चकत्ते, खांसी और लाल पानी वाली आंखों का कारण बनती है। यह मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने के बाद हवा के माध्यम से फैलता है।चेचक के लक्षण संक्रमण के सात से 21 दिन बाद शुरू होते हैं। चेचक लाल चकत्ते के प्रकट होने के लगभग चार दिन पहले से लेकर चार दिन बाद तक संक्रामक होता है। विशिष्ट चेचक लाल चकत्ते होने से पहले ही लोग चेचक फैला सकते हैं।चेचक ... Xem chi tiết
चिकित्सा
मुळव्याध होण्याची कारणे आणि त्यावरील योग्य उपचार पद्धती
मुळव्याध होण्याची कारणे आणि त्यावरील योग्य उपचार पद्धती मुळ्याच म्हणजे गुदाशय आणि गुदद्वाराजवळ असलेले कोंब, हे कोंब म्हणजे मोठ्या झालेल्या रक्तवाहिन्या असतात. बहुतेक वेळा मुळव्याधीचा त्रास सौम्य स्वरुपाचा असतो आणि रुग्णाला काही लक्षणे जाणवत नाहीत. लक्षणे जाणवत असल्यास बहुतेक वेळा ती खालील स्वरुपाची असतात - शौचानंतर रक्त - हे रक्त लालभडक रंगाचे असते. गुदद्वाराजवळ खाज गुदद्वाराजवळ बाहेर आलेला कोंब - हा कोंब शौचानंतर हाताने आत ... Xem chi tiết
प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण, कारण और इलाज क्या है
प्लेटलेट्स ऐसी कोशिकाएं होती है, जो खून को बहने से रोकती है। कसी तरह के चोट के कारण यदि शरीर से खून बहता है तो उसे रोकने का काम प्लेटलेट्स द्वारा ही किया जाता है। शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बराबर बने रहना बहुत जरूरी है। यदि किसी कारण से शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी होती है, तो यह शरीर में कई बीमारियों को आमंत्रित करती है और कई तरह की बीमारियां होने लगती है। आइए जानते हैं, प्लेटलेट्स काउंट क्या है, प्लेटलेट्स कैसे ... Xem chi tiết
पित्त दोष क्या है : असंतुलित पित्त से होने वाले रोग, लक्षण और उपाय
क्या आपके शरीर से भी बहुत तेज दुर्गंध आती है? या आप बहुत जल्दी गुस्सा हो जाते हैं तो जान लें कि ये सारे लक्षण पित्त प्रकृति के हैं। ऐसे लोग जिनमें पित्त दोष ज्यादा पाया जाता है वे पित्त प्रकृति वाले माने जाते हैं। इस लेख में हम आपको पित्त प्रकृति के गुण, लक्षण और इसे संतुलित करने के उपायों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। पित्त दोष क्या है? पित्त दोष ‘अग्नि’ और ‘जल’ इन दो तत्वों से मिलकर बना है। यह हमारे शरीर में बनने ... Xem chi tiết
हर्पीस क्या है? जानें, इसके लक्षण, कारण और घरेलू इलाज
त्वचा संबंधी समस्याओं का होना कोई बड़ी बात नहीं है। इसका मुख्य कारण संक्रमण हो सकता है, जैसे- वायरल, बैक्टीरियल, फंगल, पैरासिटिक, इत्यादि। साफ-सफाई न बनाए रखने की स्थिति में ऐसा होता है। आजकल वातावरण इतना प्रदूषित हो चुका है कि त्वचा संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ गया है, और हर दूसरा व्यक्ति किसी न किस समस्या से परेशान है। बहुत लोग हर्पीस के बारे में नहीं जानते हैं, आइए जानते हैं, हरपीज बीमारी क्यों होती है? इसके लक्षण और कारण ... Xem chi tiết
कशामुळे होतो नागीण आजार? जाणून कारणे आणि लक्षणे!
नागीण हा आजार कुणाला झालेला तुम्ही पाहिला असेल किंवा त्याबाबत नक्कीच ऐकलं असेल. हा आजार झाल्यास त्वचेवर बारीक बारीक पुरळ निघतात. यात रुग्णाच्या शरीराच्या एका भागात एकाच जागी लाल पुरळ येतात. अनेक रिसर्चमधून हे समोर आलं आहे की, ४० दिवसांनंतर या पुरळ अधिक येऊ लागतात. यात असह्या अशा वेदना होतात. संसर्गजन्य आजारही गंभीर समस्या चिकन पॉक्स म्हणजे काजण्याचा वायरस वेरिसेला जोस्टर वायरसमुळे होते. शरीराच्या एका भागावर पुरळचे चट्टे ... Xem chi tiết
मिर्गी का कारण, लक्षण और इलाज
Neurosciences | Posted on 04/04/2024 by Dr. Kapil Khandelwal मिर्गी को चिकित्सा भाषा में एपिलेप्सी के नाम से जाना जाता है। यह एक सामान्य क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है, जिससे विश्व भर में लगभग 5 करोड़ से अधिक लोग परेशान हैं। यह एक बहुत बड़ी संख्या है, इसलिए सभी लोगों को इस रोग के बारे में पूर्ण जानकारी होनी चाहिए। मिर्गी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 17 नवंबर को नेशनल एपिलेप्सी डे मनाया जाता है। इस ब्लॉग की ... Xem chi tiết
Addressing Right Side Neck and Shoulder Pain: Causes and Solutions
Neck and shoulder pain can significantly impact a person's quality of life in various ways, affecting their physical, emotional, and social well-being. Managing neck and shoulder pain through appropriate medical intervention, physical therapy, lifestyle adjustments, and self-care can help mitigate these impacts and improve overall quality of life.So, in this article, we will share some effective tips for finding relief from ... Xem chi tiết
जाने विटामिन D की कमी से होने वाले रोग
शरीर को बेहतर तरीके से काम करने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इन पोषक तत्वों में विटामिन्स, मिनरल्स, फैट आदि शामिल है। अगर शरीर में किसी भी पोषक तत्वों की कमी होती है, तो इससे कई तरह के समस्या हो सकती है। ऐसे ही एक पोषक तत्वों की कमी से होने वाली बीमारियों पर आज चर्चा करेंगे। यह पोषक तत्व शरीर के लिए जरूरी विटामिन डी है। विटामिन डी शरीर पर कैसे काम करती है और इसका प्रभाव सेहत पर कैसे होता है, आगे लेख में ... Xem chi tiết
कुष्ठ रोग (लेप्रोसी)
कुष्ठ रोग हल्के (एक या कुछ त्वचा क्षेत्रों का प्रभावित होना) से लेकर गंभीर (कई त्वचा क्षेत्रों का प्रभावित होना और कई अंगों को नुकसान) तक होता है।चकत्ते और उभार दिखाई देते हैं, प्रभावित क्षेत्र सुन्न हो जाते हैं और मांसपेशियाँ कमज़ोर हो सकती हैं।लक्षणों के आधार पर निदान सुझाया जाता है और प्रभावित ऊतक की बायोप्सी द्वारा पुष्टि की जाती है।एंटीबायोटिक्स कुष्ठ रोग की प्रगति को रोक सकते हैं, लेकिन किसी भी तंत्रिका क्षति या विकृति ... Xem chi tiết