महिलाओं को हर महीने पीरियड्स आते हैं। जो की 3 से 7 दिनों तक बने रहते हैं। लेकिन क्या हो अगर यह 7 दिनों से ज्यादा समय के लिए होने लगे। यह दर्द तब ज्यादा परेशानी खड़ी कर देता है जब पीरियड्स 7 दिन से ज्यादा आने लग जाये। क्या है इसके पीछे का कारण होते हैं आइये जान लेते हैं।
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नॉर्मल पीरियड साइकल क्या है
पीरियड साइकल मासिक धर्म के पहले दिन से अगले पीरियड के पहले दिन तक की होती है। पीरियड साइकल का समय 25 से 30 दिनों तक का होता है। लेकिन कुछ स्थिति में यह 21 से 35 दिनों से भी ज्यादा का हो जाता है। 2 से 7 दिनों तक पीरियड को नॉर्मल माना जाता है। वैसे यह हर महिला में अलग – अलग होता है। पीरियड साइकल में दिनों की संख्या भी हर महीने अलग हो सकती हैं। अगर पीरियड 1 हफ्ते से ज्यादा आने लग जाते हैं तो इस स्थिति को मेनोरेजिया कहते हैं। वैज्ञानिकों की एक स्टडी के मुताबिक 5% महिलाओं को मेनोरेजिया की समस्या होती है।
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पीरियड ज्यादा दिन तक आने के कारण
ऐसे कई कारण है जिस वजह से पीरियड्स ज्यादा आते हैं जानते हैं इन कारणों के बारे में।
- हार्मोनल जन्म नियंत्रण
हार्मोनल जन्म नियंत्रण की गोलियाँ खाना भी इसका एक कारण है। गोली खाने से शरीर के प्राकृतिक हार्मोन स्तर में बदलाव आता है। बहुत सी महिलाएं पीरियड्स को छोटा करने या नियमित करने के लिए Hormonal Contraceptives का उपयोग करती है। जिससे की ब्लीडिंग हो सकती है, जब किसी महिला को पीरियड्स आने की उम्मीद भी नहीं होती है।
- हार्मोन और ओव्यूलेशन में बदलाव
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हार्मोन या ओव्यूलेशन में बदलाव होने की वजह से लम्बे पीरियड हो सकते हैं। ऐसा तब होता है जब युवावस्था के समय या पेरिमेनोपॉज़ में पहली बार पीरियड आते हैं। तो हार्मोनल बदलाव हो सकते हैं। जिससे कई तरह की आप हेल्थ प्रॉब्लम्स का अनुभव भी कर सकते हैं। जैसे : थायरॉयड विकार या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम।
- मोटापा
वजन ज्यादा होने से प्रजनन हार्मोन का संतुलन प्रभावित हो सकता है। यह भी पीरियड्स को अनियमित बनाता है। एक स्टडी के अनुसार, ज्यादा वजन और ज्यादा पीरियड्स ब्लड फ्लो के बीच एक संबंध है। यह गर्भाशय की परत में सूजन के बढ़ने की वजह से होता है।
- कैंसर
कुछ कैंसर ख़ास कर प्रजनन प्रणाली को प्रभावित करने वाले कैंसर से भी लम्बे समय तक पीरियड्स आते हैं। ज्यादा ब्लीडिंग एंडोमेट्रियल कैंसर का संकेत है। वैसे एंडोमेट्रियल कैंसर 60 के दशक की महिलाओं को प्रभावित करता है जो रजोनिवृत्ति से गुजर चुकी है।
- पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस)
जिन महिलाओं को पीसीओएस है उनमें अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं। इन महिलाओं में बढ़े हुए ओवरी भी हो सकते हैं। जिनमें फ्लूइड के छोटे-छोटे कलेक्शन होते हैं। जिसे फॉलिकल्स कहा जाता है। पीसीओएस वाली महिलाओं के ओवरी में दूसरे लोगों की तुलना में ज्यादा फॉलिकल्स होते हैं।
- पॉलीप्स
गर्भाशय की परत पर पॉलीप्स का होना पीरियड्स का कारण बन सकती है। जो लंबे समय तक रहता है। जिससे पीरियड्स के बीच रक्तस्राव हो सकता है। पॉलीप्स की वजह से रजोनिवृत्ति के बाद स्पॉटिंग या ब्लीडिंग भी हो सकती है।
- दवाएं
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कुछ दवाएं ऐसी होती है जिसकी वजह से भी लम्बे समय तक पीरियड्स आ सकते हैं। यह दवाएं हैं रक्त पतला करने वाली दवाएं, गर्भनिरोधक जैसे विस्तारित जन्म नियंत्रण गोलियाँ, एस्पिरिन, एंटी इन्फ्लेमेट्रीज।
क्या हो सकती है जटिलताएं
पीरियड अगर ज्यादा दिन तक बने रहते हैं तो इससे अन्य मेडिकल कंडीशंस का सामना करना पड़ सकता है।
दर्द : ज्यादा ब्लीडिंग के साथ दर्दनाक ऐंठन भी हो सकती है। अगर आपको ऐंठन ज्यादा हो गई है जिससे आप अपने रोज के काम भी नहीं कर पा रहे हैं तो ऐसे में डॉक्टर से सलाह लें।
एनीमिया : पीरियड के ज्यादा ब्लड फ्लो से खून की कमी से होने वाला एनीमिया हो सकता है। जिससे थकान और सिरदर्द भी बना रहता है। आयरन का लेवल कम होने पर डॉक्टर आयरन से भरे आहार को बढ़ाने की सलाह दे सकता है।
डॉक्टर को कब दिखाएँ
परेशानी अगर ज्यादा बढ़ गई है या आपको ऐसे संकेत नजर आ रहे हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपके इलाज के लिए आपके कुछ टेस्ट कर सकते हैं। इन टेस्ट से पता चलेगा की आपको क्या प्रॉब्लम है और कौन सा ट्रीटमेंट किया जाना चाहिए। ट्रीटमेंट में कुछ तरह की दवाएं हो सकती है और अगर दवाओं से भी प्रॉब्लम ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर कुछ तरह की सर्जरी करने की सलाह भी देते हैं।
- पीरियड में ब्लीडिंग अगर 7 दिनों से ज्यादा समय तक रहती है।
- चक्कर आना या कमजोरी होने पर।
- ज्यादा ब्लड आना।
- तेज दर्द, उल्टी या मतली।
- अचानक तेजी से वजन घटना।
पीरियड्स अगर ज्यादा आ रहे हैं तो यह शरीर में गंभीर बीमारी पैदा कर सकता है। 7 दिन से ज्यादा पीरियड्स आने पर डॉक्टर को दिखाएं। 7 दिन तक पीरियड्स आना नार्मल है इससे ज्यादा आने पर आपके शरीर में खून की कमी हो सकती है।
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